कक्षा 9 - संस्कृत ओलम्पियाड पाठ्यक्रम
(एन.सी.ई.आर.टी. पाठ्यपुस्तक 'शेमुषी भाग-1' एवं 'व्याकरणवीथि' तथा स्तरानुकूल विषयों पर
आधारित)
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व्याकरण
- वर्णों के उच्चारण स्थान एवं ध्वन्यात्मक वर्गीकरण
- सन्धि – स्वर सन्धि, व्यञ्जन सन्धि, विसर्ग सन्धि (उदाहरण सहित)
- समास – तत्पुरुष, कर्मधारय, द्वन्द्व, बहुव्रीहि, अव्ययीभाव (नियम एवं
उदाहरण सहित)
- उपसर्ग – प्र, परा, सम्, नि, अनु आदि
- प्रत्यय – क्त, त्त्वा, ल्यप्, तुमुन्, तव्यत्, अनीयर
- शब्दभेद – संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, अव्यय, क्रियापद रूप, लिङ्ग, वचन,
पुरुषानुसार भेद
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शब्दरूप (शब्द रूपाणि) (व्याकरणवीथि के अनुरूप चयन)
- सर्वनाम शब्द – तत्, एतत्, भवत्, अस्मद्, युष्मद्, सर्व,
किम्, यत्
- पुंलिङ्ग शब्द – राजन्, हरि, पथिन्, विद्यार्थिन्, गुरु,
मुनि इत्यादि
- स्त्रीलिङ्ग शब्द – लता, मातृ, धेनु, नदी, देवी इत्यादि
- नपुंसकलिङ्ग शब्द – फल, जानु, मधु, वारि इत्यादि
- विशेष शब्द – पितृ, भ्रातृ, गुरु, शिष्य, युवन्, सुहृद्,
खज् इत्यादि
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लकार प्रयोग एवं धातुरूप (व्याकरणवीथि अध्यायानुसार)
- लकार – लट्, लोट्, लृट्, लङ् एवं विधिलिङ्
- धातुरूप – पठ्, गम्, कृ, भू, स्मृ, नी, लभ्, स्था, खाद् इत्यादि
- आत्मनेपदी धातु प्रयोग – लभ्, सेव्, क्रीड्, मुद्, राज् इत्यादि
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कारक प्रयोग एवं अव्यय
- कारक – कर्ता, कर्म, करण, सम्प्रदान, अपादान, अधिकरण
- अव्यय शब्दों का प्रयोग – न, हि, च, अपि, तु, एव, एवम्, यथा–तथा,
यदि–तर्हि, चेत्–नो चेत्, यद्यपि–तथापि इत्यादि
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साहित्य (शेमुषी भाग-1 के आधार पर)
- सुभाषितानि (सूक्तिमौक्तिकम्)
- भारतीवसन्तगीतिः
- जटायोः शौर्यम्
- पर्यावरणम्
- स्वर्णकाकः
- सिकतासेतुः
- भ्रान्तो बालः
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सामान्य ज्ञान एवं संस्कृति
- वेद, उपवेद, वेदाङ्ग, उपनिषद् – नाम व संक्षिप्त परिचय
- अष्टादश पुराणों के नाम
- दशावतार परिचय
- प्रसिद्ध संस्कृत ग्रन्थ एवं लेखक
- प्रमुख प्राचीन भारतीय शिक्षाकेन्द्र – तक्षशिला, नालन्दा, विक्रमशिला
इत्यादि
- संस्कृत साहित्य में विज्ञान, गणित, ज्योतिष से सम्बन्धित शब्दावली (उदा.
ज्या, कोटिज्या, ग्रह, तारा, एकांश इत्यादि)
- संस्कृत में भारतीय पर्व एवं उत्सवों के नाम
- छन्द परिचय – अनुष्टुप्, वसन्ततिलका, शार्दूलविक्रीडित, इन्द्रवज्रा,
उपेन्द्रवज्रा, उपजाति
- अलङ्कार परिचय – अनुप्रास, यमक, उपमा